एक बार की बात है.. एक राजा था, उसका पेट इतना ज्यादा निकल गया था कि वह बीमार पड़ गया। उसके राज्य के वैद्यों ने उसे खाना कम करने की सलाह दी। वैद्य की सलाह से राजा बहुत ही ज्यादा क्रोधित हो गया और उनकी सलाह को नहीं माना।
अब राजा बहुत ही ज्यादा बीमार पड़ गया था, तो उसने राज्य में ऐलान कर दिया कि जो भी इलाज करके उसके निकले पेट को कम कर देगा राजा उस व्यक्ति को बहुत ही अच्छा इनाम देगा। मगर एक शर्त भी रखा कि अगर इलाज काम नहीं किया तो उस व्यक्ति को सूली पर चढ़ा दिया जाएगा।
एक दिन उसके दरबार में एक ज्योतिषी आया। उसने राजा से कहा “मैं भविष्यवाणी कर रहा हूं कि आप की मौत दो महीने के अंदर ही हो जाएगी।”
यह सुनकर राजा के होश उड़ गए। वह काफी परेशान हो गया उसने उस ज्योतिषी को दो महीने के लिए कैदखाने में डाल दिया और कहा “अगर तुम्हारी बातें सत्य होंगी तभी तुम को बाहर निकाला जाएगा अन्यथा तुम्हें सूली पर लटका दिया जाएगा!!”
अपने मरने की चिंता में अब राजा खाना पीना छोड़ दिया। वह बहुत ही कम खाना खाने लगा। धीरे धीरे दो महीने बीत गए । मगर राजा मरा नहीं बल्कि अब राजा काफी दुबला पतला हो चुका था।
अब राजा ने उस ज्योतिषी को कैद से निकलवाया और कहा तुम्हारी बातें असत्य हुई। मैं दो महीने बाद भी नहीं मारा। अब मैं तुम्हें सूली पर चढ़ा दूंगा। यह सुनकर ज्योतिषी ने बड़े ही सहज शब्दों में कहा “महाराज अपने आपको आईने में देखिए ,आप कितने दुबले पतले हो चुके हैं! आपका पेट गायब हो चुका है , अगर मैं ऐसा भविष्यवाणी ना करता तो शायद आप कभी ना ठीक होते और अब तक आप मर चुके होते।!!”
ज्योतिषी की यह बातें सुनकर राजा बहुत ही प्रसन्न हुआ और उसे बहुत सारा उपहार देकर विदा कर दिया।