how to control your mind
आप अपने मन को कण्ट्रोल कैसे करे, चलिए जानते है –
बहुत समय की बात है एक गांव में एक बुद्धिमान आदमी रहता था | एक दिन एक आदमी बुद्धिमान आदमी के पास आया और बोला महोदय मेरा दिमाग बहुत परेशान रहता है , हर समय मेरे दिमाग में कई तरह की सोच आती रहती है | प्लीज आप मुझे कोई ऐसी कहानी बताये जो मेरे सोचने को काम कर सके बुद्धिमान आदमी उस आदमी की तरफ देखा और बोला आप रोजाना अकेले रहना शुरू कर दो धीरे – धीरे तुम्हारा दिमाग शांत होने लगेगा , लेकिन उस आदमी ने बोला सर आप मुझे अकेले रहने को न बोले जब मैं अकेले रहने की कोशिश करता हूँ, तो और ज्यादा थॉट्स आने लगते है और ये ज्यादे नेगेटिव होते है | जो मेरा दिमाग को बैचेन कर देते है | बुद्धिमान आदमी ने कहा आप चिंता मत करो यह अकेले रहने के शुरुआती दोैर में होता है, लेकिन धीरे – धीरे तुम्हारा दिमाग शांत होने लगेगा , आदमी में बोला मेरे अकेले रहना मेरे बस की बात नहीं है, प्लीज आप मुझे कोई ऐसी कहानी बताये जो मेरे दिमाग को शांत कर सके | बुद्धिमान आदमी को लगा की ये आदमी इस तरह नहीं समझेगा बुद्धिमान आदमी में बोला ठीक है, अगर तुम इतना जोर दे रहे हो तो मैं तुम्हे एक कहानी की किताब देता हूँ, जो तुम्हारा दिमाग शांत कर दे फिर बुद्धिमान आदमी ने उसे एक कहानी का किताब दिया और बोला तुम्हे ये कहानी हर रोज दोहरानी है, आदमी बहुत खुश हुआ और बोला धन्यवाद् आपका और वो वह से चला गया |
जैसे ही आदमी वह से जाने लगा बुद्धिमान आदमी ने कहा तुम एक बात याद रखना कहानी जब तुम दोहराओ तो बन्दर के बारे में मत सोचना वरना कहानी असर नहीं करेगी | आदमी ने कहा सर मैं बन्दर के बारे में क्यों सोचूंगा मैंने अपने जीवन में बन्दर के बारे में नहीं सोचा है | आप इसकी चिंता मत करिए और वो वह से चला गया घर आते ही वह ख़ुशी ख़ुशी बैठ गया और कहानी दोहराने लगा जैसे जैसे कहानी दोहराना शुरू किया, उसको बुद्धिमान आदमी की बाते याद आई कि कहानी दोहराते वक्त बन्दर के बारे में मत सोचना परन्तु उस आदमी को बन्दर के चेहरे नजर आने लगे वह जितना कहानी को दोहराता उस बन्दर नजर आने लगते थोड़ी देर में उसे उसके घरवालों के चहरे भी बन्दर की तरह नजर आने लगे | जितना वह बन्दर के ख्यालो को इग्नोर करता बन्दर उतना ही उसके दिमाग पर छये रहते, सुबह तक तो वो पागल हो चूका था | वह आदमी बुद्धिमान आदमी के पास जा पहुंचा और कहा सर आप मुझे कैसी कहानी का किताब दिए है कल तक मैं बन्दर के बारे में नहीं सोचता था | अब मेरा दिमाग बन्दरों से भरा पड़ा है, बंदरो के ख्याल एक मिनट के लिए नहीं छोड़ रहे है प्लीज आप मेरी मदद कीजिये | मेरे दिमाग बंदरो से आजाद करिए तभी बुद्धिमान आदमी ने कहा ठीक है अब अपने दिमाग को शांत करो अब कहानी दोहराना बंद करो आदमी बैठा, आराम किया और कहानी दोहराना बंद किया |
उसने देखा कि अब उसके दिमाग में बन्दर का ख्याल नहीं आ रहा है , सब कुछ नार्मल हो गया | तभी बुद्धिमान आदमी ने कहा दोस्त मैं तुम्हे दिमाग के नेचर के बारे में बताना चाह रहा था | कभी अपने दिमाग से लड़ने की कोशिश मत करो जितना तुम इसे दबाने की कोशिश करोगे उतना ही यह दिमाग में आएगा | शांत हो जाओ अपने दिमाग के थॉट्स को देखना शुरू करो और तुम पाओगे धीरे धीरे तुम्हारा दिमाग अपने आप शांत होने लगेगा | और अपने दिमाग को देखने के लिए अकेले रहना पड़ेगा अगर हम अपने जिंदगी में देखे तो हमारा दिमाग बिल्कुल एक बन्दर की तरह है, जो बिना वजह हर वक्त उछालता रहता है | अगर तुम इस बन्दर दिमाग को जबरदस्ती रोकना चाहोंगे तुम कभी इसे रोक नहीं पाओगे जैसे तुम जितना स्प्रिंग को दबाओगे उतना ही उछलेगा | ऐसे ही जितना तुम सोचोगे उतना ही ज्यादा थॉट्स तुम्हारे दिमाग में आएंगे |
एक्सपर्ट्स का कहना ही कि एक इंसान का दिमाग दिन में 36000 से 75000 थॉट्स आते है | अगर तुम इस थॉट्स को जबरदस्ती रोकने को कोशिश करोगे तुम इसे रोक नहीं पाओगे, बल्कि रोकने की कोशिश में तुम इन्हे और ज्यादा ताकत दोगे | इसलिए तुम अपने दिमाग का सारा कचरा निकाल दो दिमाग अपने आप शांत होने लगेगा, और तुम्हारे थॉट्स काम होने लगेंगे | और प्रैक्टिस के साथ तुम अपने दिमाग को कण्ट्रोल कर पाओगे यह कहानी आपको कैसी लगी कमेंट करे जरूर बताये |