एक गांव में रोहित नाम का एक बालक रहता था। रोहित गरीब परिवार से संबंध रखता था । लेकिन रोहित बहुत ही ज्यादा बुद्धिमान भी था। रोहित के माता-पिता मर चुके थे। उसके घर में उसके अलावा एक गाय भी रहती थी। जिसे वह प्रतिदिन चराने के लिए नदी के किनारे ले जाया करता था।
रोहित के गांव में एक कुत्ता भी रहता था। जब रोहित गाय चराने जाता तो कुत्ता भी उसके पीछे-पीछे चला जाता था। रोहित नदी के किनारे एक पीपल के पेड़ के नीचे बैठ जाया करता था। उसकी गाय मैदान में हरी हरी घास से चरा करती थी, और कुत्ता नदी के किनारे रेत में खेलने लगता था। यह देखकर रोहित बहुत ही खुश होता था।
एक दिन जब रोहित अपनी गाय को नदी के किनारे चरा रहा था। तो उसने देखा कि नदी में बाढ़ आ गया है। रोहित को चिंता होने लगी की वह अपनी गाय को नदी कैसे पार कराएगा?
तभी वहां से ठग जादूगर गुजर रहा था। उस ठग की नजर रोहित के गाय पर थी।
उसने रोहित की चिंता का कारण पूछा। रोहित ने उसे अपनी बातें बता दी। जादूगर ठग ने रोहित से कहा- मैं एक शर्त पर इस नदी पर पुल बना सकता हूं!” जो जानवर इस पुल से होकर सबसे पहले जाएगा वह मेरा हो जाएगा।”
रोहित फौरन समझ गया कि यह ठग है और उसकी गाय को हड़पना चाहता है। मगर फिर भी उसने उसकी शर्त को मंजूर कर लिया।
जादूगर ठग ने अपनी छड़ी को घुमा कर नदी पर एक सुंदर पुल बना दिया। रोहित ने पुल की जांच करने के लिए एक रोटी का टुकड़ा पुल के दूसरे तरफ फेंक दिया। रोटी का टुकड़ा देखकर कुत्ता झट से टुकड़ा उठाने के लिए नदी के पुल के दूसरी तरफ भाग कर गया।
रोहित ने तुरंत ठग से कहा- आपके शर्त के अनुसार आप यह कुत्ता ले जा सकते हैं। जादूगर ठग हक्का-बक्का सा रह गया। क्योंकि उसकी नजर तो गाय पर थी । वह कुत्ते का क्या करता। रोहित आराम से अपनी गाय के साथ फुल पार करके घर चला गया। इस प्रकार और रोहित ने अपनी गाय को अपनी चतुराई से बचा लिया।