एक शहर मे एक व्यापारी रहता था | उसके पास तीन बेटे थे , उन तीनो मे दो तो बहुत ही चालाक थे ऐसा उसके पिता को लगता था , क्युकी तीसरा लड़का बहुत की कम बात करता था और हमेसा अपने काम से मतलब रखता था | व्यापारी ने एक दिन सोचा क्यों ना तीनो का एक एग्जाम लिए जाये और देखता हु सबसे चालाक कौन सा बेटा है |
व्यापारी ने अपने तीनो बेटो को बुलाया और ५०० रुपया दिया और बोला ऐसी चीज बाजार से लेकर आवो , जिससे हमारा सारा घर भर जाये | अपने पिता की इस बात को सुनकर सब हैरान हो गए और बोले ऐसा कैसे होगा | पिता ने बोला मुझको नहीं पता आज शाम तक तुम को लेकर आना ही होगा | सबसे बड़ा और बीच वाला एक साथ घर से निकल दिया और पुरे बाजार मे खोजते रहे ऐसी कौन सी चीज मिले की सारा घर भर जाये |
अंत मे थक कर दोनों ने २ बोरी भूसा खरीद लिया और घर को वापस आ गए | सबसे छोटा बेटा सीधा बाजार गया और कुछ कैंडल और अगरबत्ती खरीद लिये और शाम को घर वापस आकर पुरे घर मे अगरबत्ती जला दिया | अगरबत्ती से पूरा घर महकने लगा और कैंडल से पूरा घर चमक गया | व्यापारी यह सब देख कर हैरान हो गया और बोला बेटा हम तो तुम को पागल समझते थे , लेकिन तुम तो सबसे चालाक निकले | इसलिए कहा गया है की ज्यादा बोलना ही सब कुछ नहीं होता , शांत रहकर भी बहुत कुछ किया जा सकता है |