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बहुत साल पहले धरती पर बहुत दूर सिंडरेला नाम की लड़की रहती था , सिंडरेला के माँ को गुजरे बहुत साल हो गया था| सिंडरेला के पिता ने उसे पाल पोस के बड़ा किया था जब सिंडरेला के पिता ने दूसरी शादी करके आये, तो सिंडरेला के जीवन में बहुत ज्यादा बदलाव आ गया था| सिंडरेला की सौतेली माँ के साथ उसकी दो बेटियाँ भी आके रहने लगी | सौतेली माँ को सिंडरेला एक आँख भी नहीं भाती थी | वह उसको बिल्कुल भी पसंद नहीं करती थी साथ ही उसकी दोनों लड़किया भी , क्योकि सिंडरेला बहुत ही ज्यादा सुन्दर थी| सिंडरेला की बहन सिंडरेला जितनी खूबसूरत नहीं थी इतना ही नहीं वो दोनों कठोर दिल की और बिगड़ी हुई लड़की थी | एक दिन किसी काम की वजह से सिंडरेला के पिता को एक लम्बी यात्रा पर जाना पड़ा उसके पिता के जाने के बाद सिंडरेला की सौतेली माँ का अत्याचार और भी ज्यादे बढ़ गया था| सौतेली माँ सिंडरेला से बोलती है आज के बाद तुम इस घर में नहीं रहोगी तुम जाके उस झोपडी में रहोगी और घर का सारा काम करोगी चलो अब जल्दी से ये राजकुमारी वाला फ्रॉक निकालो और कोई फटा हुआ कपड़ा पहन लो, सिंडरेला उदास मन से बोलती है ठीक है जैसा आप बोलो – सिंडरेला झोपड़ी में जाके रहने लगती है उस दिन के बाद से सिंडरेला घरे के सारे काम खुद ही करने लगी वह बहुत थक जाती लेकिन न तो उसकी सौतेली माँ और न सौतेली बहनो को उसपे दया आयी |

वो दोनो ने उसका जीवन नरक बना दिया था | सिंडरेला के पास चूहे और खिड़कियों के पास बैठी चिड़ियों के अलावा कोई उसका दोस्त नहीं था, रात में सर्दी से बचने के लिया सिंडरेला चिमनी के पास जाती और खुद को सेकते सेकते वही सो जाती है | ऐसे ही दिन गुजरते गया एक दिन शहर में एक घोषणा किया गया कि राजकुमार द्वारा राजमहल में एक पार्टी राखी गयी है उस पार्टी में शादी के लिए सभी लड़कियों को आमंत्रित किया जाता है जैसे ही सौतेली बहनो ने ये खबर सुनी वह दौड़ते हुए घर गयी और अपनी माँ को सारी बात बताई तभी उसकी माँ बोलती है पार्टी में आप दोनों ही सुन्दर होगी राजकुमार आप दोनों में से किसी एक को चुनना होगा | चलो हमें तुम्हारे लिए गाउन और जूते लेने होंगे चलो खरीदारी करने जाते है सौतेली माँ और बहने बहार चली गयी वह बाते सुनाने वाली सिंडरेला उदास हो गयी कई दिन तक तैयारियाँ चल रही थी सौतेली बहने खुद को शीशे में निहार रही थी और खुद को बताती हम ही पार्टी में सबसे सुन्दर लड़कियाँ होंगी | आखिर ओ समय आ ही गया , दोनों बहने सिंडरेला को बुलाती है और कहती है मुझे तुम तैयार करो जल्दी से नहीं तो हम पार्टी के लिए लेट हो जायेंगे सिंडरेला अपनी दोनों बहनो को तैयार करती है शाम तक दोनों पार्टी के लिए तैयार हो जाते है सिंडरेला डरते हुए सौतेली  माँ से बोलती है- माँ मैं भी चलु पार्टी में उन्होने पार्टी में सभी युवा लड़कियों को बुलाया है | तभी उसकी सौतेली बहने हसने लगती है और कहती राजकुमार को पत्नी चाहिए नौकरानी नहीं इतना कहते है वो सब पार्टी के लिए निकल जाते है | और घर पर अकेले सिंडरेला रोने लगी| तभी एक परी आयी उसने बोला मेरी प्यारी सिंडरेला तुम रोओ मत तुम भी पार्टी में जा सकती हो कुछ देर तक तो सिंडरेला को विश्वास नहीं हुआ और बोली क्या मैं भी पार्टी में जा सकती हूँ लेकिन तुम मेरी ये हालत देखो परी बोलती है तुम चिंता मत करो मैं हुँ तुम्हारे साथ तुम मुझे एक कददू और सात चूहे लाकर दो सिंडरेला जल्दी से जाती है एक कददू और सात चूहे लेकर आती है तभी परी अपनी छड़ी उस कददू पर घूमती है और उसे एक रथ में बदल देती है फिर उन सात चूहों पर अपनी छड़ी घूमती है उसमे से एक ड्राइवर और छ: को सुंदर घोड़ो में बदल देती है

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जब परी उसकी तरफ गयी उसने सिंडरेला को अपनी छड़ी से छुआ तो सिंडरेला के पुराने कपड़े नए गाउन में बदल गयी और उसके चप्पल सुन्दर काँच के जूतों में बदल गए सिंडरेला बहुत ही सुन्दर लगने लगी थी | बिल्कुल एक राजकुमारी की तरह परी बोलती है अब तुम पार्टी में जाने के लिए रेडी हो अब तुम जा सकती हो| लेकिन जैसे ही घड़ी में 12 बजते है तुम घर आ जाना 12 बजने के बाद तुम पहले जैसी हो जाओगी अब तुम जाओ , फिर सिंडरेला रथ में बैठी और महल की तरफ चल दी महल में पहुंचते ही पार्टी में आये सभी लोग सिंडरेला को देखे जा रहे थे वह बहुत सुन्दर और खानदानी लग रही थी सिंडरेला की सौतेली माँ और बहने भी उसको देखे जा रही थी लेकिन सिंडरेला को पहचान नहीं सकी तभी पार्टी में राजकुमार भी आ जाते है और सिंडरेला को देखते ही एक ही नजर में प्यार हो जाता है | राजकुमार जैसे ही आगे चलते जा रहा था सभी सोच रहे थे कि राजकुमार उसके पास आएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ राजकुमार सीधे चलता चला गया और सिंडरेला के पास जाके रुका , राजकुमार में कहा हे सुन्दर लड़की क्या तुम मेरे साथ डांस करोगी सिंडरेला ने कहा हाँ ,वहाँ पार्टी में आये सभी की आँखे खुली रह गयी राजकुमार और सिंडरेला में खूब डांस किया,  सिंडरेला डांस करने में इतना खो गयी थी उसे समय का पता भी नहीं चला डांस करते करते सिंडरेला की नजर महल में टगी हुई घड़ी पर जाती है तो देखती है 12 बजने में कुछ ही मिनट बाकि है उसे उस परी की बात याद आती है , सिंडरेला डांस छोड़कर वह से भागने लगती है जैसे ही वह सीढ़ियों से उतरती है तभी उसका एक जूता वही निकल जाता है और 12 बजते ही वह पहले जैसी हो जाती है राजकुमार भी सिंडरेला के पीछे- पीछे भागता है लेकिन वो उसे नहीं मिलती है बस उसका एक जूता उसे मिलता है राजकुमार अपने सैनिको को कहता है ये जिसका भी जूता है, उसे मेरे पास लाओ, सिंडरेला घर पहुंचते ही वह राजकुमार की यादो में खो जाती है उसे एक ही नजर में राजकुमार से प्यार हो जाता है |

सैनिको ने शहर में जाके सारी लड़कियो को जूते पहनाये लेकिन वह जूता किसी को नहीं आ रहा था तभी कुछ सैनिक सिंडरेला के घर गए सिंडरेला उन लोगो को देखकर बहुत खुश हुई जैसे ही सिंडरेला नीचे जाती है तभी उसकी सौतेली माँ आ जाती है और कहती है तुम भी उस जूते को पहनना चाहती हो लेकिन तुम्हे नीचे नहीं जाना है तुम यही रहोगी उसकी माँ उसको कमरे में बंद करके चली जाती | सौतेली बहनो के पैरो के नाप लिए जा रहे थे लेकिन उन दोनों को भी वो जूता नहीं आया सिंडरेला कमरे में रोती है और चूहे से बोलती है माँ ने मुझे बंद करके चली गयी है अब मै नीचे कैसे जाऊ तभी एक चूहा दरवाजे के नीचे से जाता है और सिंडरेला की सौतेली माँ के थैले  से चाभी लेकर आता है और सिंडरेला को लाकर दे देता है सिंडरेला दरवाजा खोलती है और दौड़ती हुई नीचे जाती है उसकी सौतेली माँ उसे देखकर गुस्सा होने लगती है मैंने बोला था न नीचे नहीं आना है तू भी आ गयी जूते पहनने को इतना ही कहते ही उसकी सौतेली बहने और माँ उसपे हसने लगती है | तभी एक सैनिक बोलता है आप लोग चुप रहिये राजकुमार का आदेश है जितनी भी शहर की लड़किया है सब को ये जूते पहनकर नाप लिया जायेगा जैसे ही सैनिक सिंडरेला को जूते पहनते  है जूता सिंडरेला को फिट आ जाते है सैनिको के पूछने पर क्या ये जूते आपके है आप ही वो हो जो राजकुमार के साथ डांस कर रही थी सिंडरेला बोलती है- हाँ  सिंडरेला की माँ और बहनो को बहुत आश्चर्य होता है सैनिक सिंडरेला को महल ले जाते है राजकुमार सिंडरेला को एक हीं नजर में पहचान जाता है और सिंडरेला के साथ शादी कर लेता है और दोनों ख़ुशी – ख़ुशी रहते है |

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