प्राकृतिक परकोपो मे सबसे खतरनाक भूकंप होता है , जिसमे धरती काप उठती है | साइंस आज भी भूकंप के बारे मे सही से नहीं बता पाया है | हा , जानवरों को इस बात का पहले से ही पता चल जाता है और वह इस बात के आहट को पहचान लेते है | एक रिसर्च मे इस बात का पता चला है की टोड मेढ़क को भूकंप का पता पहले ही चल जाता है | इसका पता तब लगा जब इटली मे भूकंप के टाइम कोई भी टोड मेढ़क वह नहीं था , सब टोड मेढ़क तीन दिन पहले ही वहा से चले गए थे |
ये तब हुवा जब भूकंप उनसे 74 किलोमीटर दूर था | कुछ लोग पशु – पंक्षियों से भी पता लगाने की तरकीब नीकाल लेते है | पालतू पशु – पंक्षियों पर भूकंप का शोध तो हुवा है , पर जंगली जीवों मे इस तरह का शोध मुस्किल है | अभी तक यह देखा गया है की मछलिया, चूहे , साँप , सब भूकंप से पहले अजीब तरह का बर्ताव करने लगते है ,मगर यह भूकंप से कुछ देर पहले ही होता है |
इससे पहले एक और रिसर्च जीव – जन्तुओं के बारे मे हुवा था , उसमे दुसरे तरह की बाते सामने आयी थी | अमरीका मे एक बार १९९२ मे बहुत तेज भूकंप आया था , तब वहा के साइंटिस्ट ने रिसर्च किया की चीटियों पर इसका कुछ भी असर नहीं पड़ा था |