बहुत समय पहले की बात है , नंदपुर मे एक बहुत ही मशहूर डॉक्टर साहब थे . जिनका नाम राजेश था | उसी इलाके मे रामदीन नाम का एक तान्तरिक भी रहता था | दोनों ही अपने काम के बहुत ही माहिर थे , और बहुत ही आराम से अपना काम करते थे | एक दिन रामदीन के बेटे की तबियत बहुत ही खराब हो गयी और किसी ने उसको डॉक्टर राजेश के बारे मे बताया , वह उसी समय अपने बेटे को लेकर उनके पास पहुंच गया | रात के करीब ११ बजे थे , डॉक्टर साहब अपनी क्लिनिक बंद कर के जा रहे थे की अचानक रामदीन अपने बेटे को लेकर वहां पहुंच गया और बोल – डॉक्टर साहब मरे बेटे को पता नहीं क्या हो गया है , यह बहुत बीमार है कल से और इसकी तबियत आज और खराब हो गयी है | आप हम पर रहम कर के देख लो , लेकिन डॉक्टर साहब ने बोल – कल आना आज क्लिनिक बंद हो गयी है और अभी मे घर जा रहा हु | रामदीन ने बहुत जी जादा आग्रह किया लेकिन डॉक्टर साहब नहीं माने और चल दिए | कुछ टाइम गुजरा ही था की अचानक उसके बेटे ने अपना दम तोर दिया और हमेशा के लिए इस दुनिया से चला गया | सब लोग बहुत ही दुखी थे और डॉक्टर को कोस रहे थे |
वक्त बीतता गया और एक दिन डॉक्टर साहब के बेटे को जंगल मे घूमते हुए एक सांप ने काट लिया और वह बेहोश हो गया | कुछ लोग रस्ते से जा रहे थे , तो उनलोगो ने डॉक्टर साहब को बताया | वह तुरंत ही उसको लेकर घर आये और इलाज सुरु कर दिया , लेकिन वह होश मे नहीं आया | फिर किसी ने डॉक्टर साहब को उस तन्तरिक के बारे मे बताया और उसके पास जाने को कहा | डॉक्टर साहब उस तन्तरिक को भूल गयी थे और उसके पास जाकर बोल आप मरे बेटे को देख लो , इसको सांप ने काट लिया है , रामदीन ने डॉक्टर को देखा और पहचान गया की ये वही डॉक्टर है , जिसने मरे बेटे का इलाज नहीं किया था | पहले तो उसके मन मे आया की मना कर दू फिर उसके अंदर से एक आवाज आयी की तू भी इसकी तरह हैवान मत बन | उसने डॉक्टर को बैठेने को कहा और उसके बेटे का इलाज करना सुरु कर दिया | कुछ टाइम बाद उसके बेटे को होश आ गया और वह बोलने लगा | डॉक्टर साहब के खुशी का ठिकाना न रहा , उन्होंने तुत्रांत कहा आप को जो मांगना है मांग लो | रामदीन ने कहा आप वादा करो की हमेशा सब की हेल्प करोगे , रामदीन ने रोते हुवे कहा अगर आप ने मेरे बेटे को देख लिया होता तो आज वह भी जिन्दा होता | यह बात सुनकर डॉक्टर साहब को बहुत ही अफ़सोस हुवा और बहुत दुखी होकर वहां से चले गये |