father and daughter story in hindi

कुछ सालो पहले लोग बेटियों को एक बोझ समझते थे , बारह से तेरह साल के अंदर लोग अपनी बेटियों का शादी कर देते थे, और कम उम्र में बच्चे हो जाते थे, जहाँ उसको सबसे जादे शिक्षा की जरूरत होती है वही वह लोगो की जरुरत पूरी करने की कोशिश करती है वही शरीर का विकास भी नहीं हो पता है और घर की जिम्मेदारियाँ भी बाद जाती है ,और कुछ बेटियाँ घरेलु हिंसा का शिकार हो जाती है | बहुत से माँ -बाप की आर्थिक स्थिति सही न होने के करण उन्हें शिक्षा भी नहीं दी जाती थी लेकिन आज के समय में ऐसा नहीं है बेटी और बेटो को एक सामान शिक्षा  दी जाती है , बेटियाँ कभी भी बोझ नहीं होती वो तो घर की लक्ष्मी होती है समाज को सभी बेटियों का आदर व सम्मान करना चाहिए जबतक बेटी को शिक्षित न कर दे तब तक उसकी शादी नहीं करनी चाहिये ,अगर आप अपनी बेटी को बिना शिक्षित किये उसकी शादी कर देंगे तो वही हाल होगा जो इस कहानी में पायल के साथ हुआ है |

सुंदरपुर गाँव में पायल नाम की लड़की रहा करती थी वह बहुत गरीब परिवार से थी उसके माता – पिता मजदूरी करके घर चलाया करते थे पैसे के तंगी के कारण पायल स्कूल भी नहीं जाया करती थी वह कभी कभी अपने माता – पिता के साथ मजदूरी करने जाया करती थी पायल बहुत छोटी थी उसकी उम्र मात्र 14 साल थी | एक दिन पायल के घर कुछ रिश्तेदार आये उन्होने पायल के माता – पिता से कहा पायल अब बड़ी ही गयी है अब इसकी कही शादी कर दो कब -तक बेटी का बोझ उठाओगे तभी पायल के पिता बोले आप लोग सही बोल रहे हो पायल अब बड़ी हो गयी है मैं जल्दी ही शादी कर देता हूँ , पायल इतना सुनते ही वह रोने लगी और बोली मैं अभी शादी नहीं करुँगी अभी मेरी उम्र ही क्या है लेकिन उसके माता – पिता एक भी नहीं सुने उन्होने गाँव के एक मंदिर में पायल की शादी करा दिए समय बीतता चला गया पायल अब वह अपने ससुराल में रहने लगी पायल की उम्र काम होने के कारण वह घर के सारे काम नहीं कर पाती थी वह थक जाया करती थी | काम नहीं कर पाने के कारण उसका पति और उसकी सास उसपे बहुत जुल्म किया करते थे कभी हाथो  को जला दिया करते थे और कभी बेल्ट के मारा करते थे एक दिन पायल के पिता जी पायल से मिलने आये पायल उन्हें देखकर रोने लगी और बोली पिता जी मै यह नहीं रहूंगी यहाँ सब मुझे मरते पीटते है तभी उसके पिता जी बोलते है देखो बेटा अब ये तुम्हारा घर है अब तुमको यही रहना पड़ेगा मै कहा ठहरा गरीब मै कैसे तुम्हारा खर्चा उठाऊंगा और गाँव के लोग क्या सोचेंगे इतना कहते ही पायल का पिता वहा से चला जाता है पायल का रो – रोकर  बुरा हाल हो गया था | 

दिन बीतते गए पायल प्रेग्नेंट थी वह जल्दी ही माँ बनाने वाली थी , लेकिन उसका कोई ध्यान रखने वाला भी नहीं था वह तब भी इस अवस्था में घर का काम किया करती थी कुछ दिन बाद पायल ने एक लड़की को जन्म दिया लेकिन पायल के ससुराल वाले खुश नहीं थे क्योकि उन्हें बेटे की चाह थी | पायल को हॉस्पिटल से आये कुछ ही दिन हुए थे उसके ससुराल वालो ने उसे काम पे लगा दिया पायल अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई थी वह फिर से घर के कामो में लग गयी धीरे – धीरे वह और भी ज्यादा कमजोर हो गयी थी 

पायल की उम्र कम होने की वजह से घर के कामो को वह झेल नहीं पायी, जहाँ उसका खेलने कूदने और पढाई करने का उम्र था वही वह घरेलु हिंसा का शिकार हो गयी, उसके साथ हो रहे घरेलु हिंसा को सह नहीं पायी और एक दिन वह मौत को गले लगा लिया ,बेचारी पायल की 14 साल की उम्र में क्या क्या सहना पड़ा |

इसीलिए कहा जाता है सबसे पहले बेटियों को शिक्षित करे और एक सही उम्र में शादी करे ऐसा नहीं करने से पायल जैसी कितनी लड़कियाँ घरेलु  हिंसा का शिकार हो जाती है |                       धन्यवाद 

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