एक दिन की बात है शेख चिल्ली अंडो की टोकरी लेकर जा रहे थे | जब वह अंडो की टोकरी लेकर जा रहे थे तब वह सोच रहे थे की इन अंडो को बेच कर वह बहुत ही धनी आदमी बन जायेंगे | घर जाते वक़त वह रास्ते में सोच रहे थे की इन अंडो से मुर्गी होंगी , फिर वो मुर्गिया ढेर सारे अंडे देंगी | उन अंडो को बेष कर में एक बहुत ही धनवान आदमी बन जाऊंगा | उसके बाद में एक बहुत ही आलीशान घर ले लूंगा , उस घर में ढेर सारे नौकर – चाकर होंगे जो मेरे लिए काम करेंगे |
उसके बाद एक अच्छे धनवान घर की लड़की को देख कर शादी कर लूंगा | उसके बाद तीन चार बच्चे पैदा करूँगा , उसके बाद उन बच्चो को भी खूब बड़ा आदमी बनाऊंगा | इसके बाद इन बच्चो की शादी बहुत ही बड़े घर में करूँगा | फिर में उन बच्चो का दादा जी बन जाऊंगा और अपने पोतों को अपनी गोद में खिलाऊंगा |
यह सब सपने देखते हुवे वह रस्ते में जा रहे थे , तभी अचानक उनका एक पैर फिसल गया और वह जमीन पर गिर गए | जैसे ही वह जमीन पर गिर गए सारे अंडे टूट गए , अंडो के टूटने के साथ शेख चिल्ली का सपना भी टूट गया |
दोस्तों यह छोटी सी कहानी आप लोगो को कैसी लगी , कमेंट करके जरूर बताये |