कभी – कभी हम सब लोग अपनी लाइफ में कुछ चीजों से इतना परेशान हो जाते है की हम लोगो को यह समझ नहीं आता है की क्या करे । आज की कहानी भी कुछ ऐसे ही है सोहन का अपनी वाइफ से , ऑफिस में अपने बॉस से हमेसा लड़ाई होती रहती थी । उसको कुछ समझ नहीं आ रहा था की क्या करे , फिर क्या था उसके जान पहचान में एक महाराज जी थी जो की बहुत ही ज्ञानी माने जाते थे । सोहन ने लिया की अब वह महाराज जी से जाकर मिलेगा और कुछ दिन बाद वह महाराज जी के पास चला गया और उनसे अपनी समस्या बताया ।
महाराज जी मुस्कुरा कर बोले – तुमको नेवले के बारे में पता है ।
सोहन बोला नही पता है । महाराज जी बोले नेवला बहुत ही छोटा होता है लेकिन कोबरा जैसे सांप उससे बहुत ही ज्यादा डरते है , जानते है क्यों , क्युकी नेवला के पास सांप से भी ज्यादा जहर होता है और कई बार सांप के काटने पर भी नेवला को कुछ भी नहीं होता है । इसके बाद सोहन ने बोला महाराज जी मुझको कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है ।
फिर महाराज जी ने बोला तुमको पता है की नहीं , जंगली इलाकों में बहुत ही जहरीले मेढक होते है । वो पैदायसी ही जहरीले नहीं होते है ,वो ऐसा खाना ही कहते है की कुछ टाइम बाद वो ऐसी ही हो जाते है और सब लोग उनसे दूर ही रहना पसंद करते है ।
सोहन को कुछ समझ में नहीं आ रहा था , वह बहुत ही गुस्सा गया और बोला मैंने आप को अपनी समस्या बातया और आप मुझको जानवरो के बारे में बता रहे है । महराज जी समझ गए थे की इसको अभी भी समझ में नहीं आया , फिर महाराज जी ने बोला – देखो या तो तुम नेवले की तरह बनो की कोई भी कुछ बोले अपने आप को अंदर से मजबूत बना लो या फिर तुम उस मेढक की तरह बन जावो जो इतना जहरीला होता है की लोग भागने लगते है ।
सोहन उनकी बात को समझ चूका था और उसने वैसा ही करना स्टार्ट कर दिया और आज वो बहुत ही खुश है । तो दोस्तों इस कहानी से हम लोगो को यही सीख मिलता है की कभी भी लाइफ में समस्या से घबराना नहीं चाहिए । सुख और दुःख तो जीवन का आधार है । पोस्ट अच्छा लगा हो तो शेयर जरूर करे ।