गोपाल एक बहुत ही बिजी इंसान था , लेकिन उसको इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था की कोई मरे या जीए | वह बस अपने ही मस्त रहता था और हमेसा ही दुसरो को गाली सुनाता रहता था | बड़े दिन हो गया था और वह अपनी पत्नी के साथ कही बाहर नही गया और ऑफिस के काम से बोर हो गया था फिर क्या था ऑफिस से दो दिन की छुट्टी लेकर उसने प्लान बनाया की आज वो अपनी पत्नी के साथ बाहर डिनर के लिए जायेगा |
घर आकर उसने अपनी पत्नी को बोला मैं काम करते – करते बोर हो गया हूँ इसलिए दो दिन की छुट्टी ले लिया है और कल साम को हम दोनों साथ में डिनर करने किसी अच्छे जगह जायेंगे | उसकी यह बात सुनकर उसकी पत्नी बहुत ही खुश हो गयी और बोली आप ने बहुत ही अच्छा किया जो दो दिन का छुट्टी ले लिया |
गोपाल के पास एक नयी कार थी जिसको वह किसी को छुने नहीं देता था , अपनी पत्नी को लेकर वह होटल की तलाश में निकल दिया कुछ दूर जाने के बाद उसको एक बहुत ही अच्छा सा होटल मिल ही गया और वह अपनी पत्नी को लेकर वह चल दिया | दोनों जाकर वहाँ बैठे ही थे की आच्चंक से गोपाल को दिखा की उसकी कार को कुछ लोग लेकर जा रहे थे | वह बिन कुछ बोले वहाँ से भागने लगा और उनके पास जाकर बोला भाई मेरी कार क्यों लेकर जा रहे हो | उन लोगो ने गोपाल को बोला आप ने कार को गलत जगह पर लगाया था इसलिए आप की कार हम लोग ले जा रहे है | गोपाल ने उनसे बहुत ही अनुरोध किया लेकिन वो लोग कुछ भी नहीं माने और लास्ट में उन लोगो ने बोल ही दिया अभी दस हज़ार रुपया दो तभी छोडूंगा , नहीं तो लेकर चला जाऊंगा |
इसके बाद गोपाल ने अपने कुछ लोगो को फ़ोन किया लेकिन फिर भी बात नहीं बनी, इसके बाद वो बहुत ही मायुश हो गया , क्युकी उसके पास दस हज़ार रुपया तुरंत नहीं था , उसकी सारी बात वहाँ पर एक बूढ़ी आंटी सुन रही थी वो पुलिस वाले जो गाड़ी लेकर जा रहे थे उनसे बोला गाड़ी अभी रोको और ये दस हज़ार रुपया ले लो | फिर क्या था उन लोगो ने पैसा लेकर गाड़ी को छोड़ दिया |
यह देख गोपाल बहुत ही खुश हुवा और बोला मैं आप का यह एहसान कैसे उतारू | उस बूढी आंटी ने बोला आप को कुछ करने की जरुरत नहीं है बस आप जब भी कोई मुसीबत में हो और आप को लगे की आप उसकी मदत कर सकते हो तो जरूर करना और मेरा किया हुवा एहसान भी उतर जायेगा | आंटी की बात सुनकर गोपाल की आँखे भर गयी और उसको बहुत अफ़सोस हुवा की उसने अपने जीवन में किसी की मदत नहीं किया है |
इस कहानी से हम लोगो को यही सीख मिलती है की हम लोगो को दुसरो की मदत करनी चाहिए तभी हमारी को मदत करेगा जब हम मुसीबत में होंगे |