मोंटी हिरन जैसे ही स्कूल पंहुचा , बंटी भालू अपने दोस्तों के साथ उसका मजाक उड़ाने लगा | अरे देखो फटीचर की खटारा आ गयी , यह सुनकर उसके सारे दोस्त हशने लगे | उसकी बात सुनकर भी मोंटी कुछ नहीं बोला और अपनी साइकिल खड़ी करके अपनी क्लास में चला गया |
मोंटी अभी नया – नया स्कूल में आया था , वह एक गरीब परिवार से था | मोंटी का घर स्कूल से काफी दूर था , इसलिए वह बहुत ही मुश्किल से अपने लिए एक पुरानी साइकिल ले पाया था
बंटी हमेशा दूसरे बच्चो के सामने अपनी अमीरी का रोब दिखाता रहता था , वह अपने घर से खर्च करने के लिए बहुत सारे पैसे लेकर आता था |इस कारन से सारे बच्चे उसके आगे – पीछे घूमते थे | बंटी को फ़ास्ट फ़ूड खाने की आदत सी बन गई थी और वह जब मोंटी की दाल रोटी खाते देखता तो बहुत हे मजाक करता था , लेकिन मोंटी उसके मजाक का बुरा नही मानता था | मोंटी उसको समझाता था के तुम को भी मेरी तरह घर का खाना , खाना चाहिए नहीं तो तुम और मोटे हो जाओगे |
मोंटी पढने में बहुत ही अच्छा था , धीरे – धीरे सारे लोगो का फेवरेट बन गया | समय बीतता गया और एक दिन मोंटी ने देखा की बंटी स्कूल नहीं आया और वह लगातार कुछ दिन तक स्कूल नहीं आया | कुछ दिन बाद जब बंटी स्कूल आया तो बिलकुल मोटा सा हो गया था , अब सब लोग उसको मोटू कहकर बुलाने लगे | यह सुनकर उसको बहुत बुरा लगता था , वह मोंटी के पास गया और उससे माफी माँगा और बोला में पहले की तरह फिर से होना चाहता हु | मोंटी ने बोला हो जावोगे लेकिन तुमको मेरी सारी बात माननी पड़ेगी | बंटी बोला जरूर मानूँगा , मोंटी बोला तुम घर रिक्शा से नहीं साइकिल से जाया करो और फ़ास्ट फ़ूड खाना बंद कर दो | बंटी ने ऐसा ही किया और कुछ महीनो बाद वह एक दम सही हो गया और मोंटी को धन्यवाद दिया |